दादी हिम्मत और मोहब्बत दोनों की मिसाल थीं। उन्हीं से मैंने सीखा है कि निडर होकर देशहित के रास्ते पर चलते रहना असली ताकत है। उनकी यादें मेरी शक्ति हैं, जो हमेशा मुझे राह दिखाती हैं। pic.twitter.com/TfVSaoAcNi
मेरी दादी श्रीमती इंदिरा गांधी जी अपने चुनाव अभियान की शुरुआत हमेशा महाराष्ट्र के नंदुरबार से करती थीं। वे मानती थीं कि आदिवासी समाज की संस्कृति सबसे अच्छी और अनूठी है क्योंकि वह प्रकृति का सम्मान और संरक्षण करती है। जब वे प्रधानमंत्री बनीं तो आदिवासी समाज के लिए कई महत्वपूर्ण… pic.twitter.com/AHiLFDNK0v